How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good shri shiv chalisa lyrics
How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good shri shiv chalisa lyrics
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पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
भगवान शिव का प्रिय फूल कनेर का पुष्प माना जाता है, मान्यता है की भगवान शिव की पूजा में इस पुष्प के चढाने पर सभी मनोकामनये जल्दी पूर्ण होती है।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
किया तपहिं भागीरथ भारी । पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥
और देवता चित्त न धरई। हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
सहस कमल website में हो रहे धारी । कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥
भगवान शिव की महिमा का बखान करने के लिए अनेकों अष्टकों की रचना हुई है, जिनमें शिवाष्टक, लिंगाष्टक, रूद्राष्टक, बिल्वाष्टक काफी प्रसिद्ध हैं, जिसमें शिवाष्टक का विशेष महत्व है।
जय जय जय हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।